विक्रम और बेताल की ये कहानियाँ “चंदामामा“ पत्रिका में प्रकाशित हुई है | ये कहानियाँ मनोरंजन करने के साथ साथ शिक्षाप्रद तथा बुद्धिमता को बढ़ाने वाली है |